लघुकथा दर्पण 

"बातों को तर्क पर तौलना सीखें! यही आपके बुद्धिजीवी होने का परिचायक है।"

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Tuesday, 7 April 2020

खोखली पंचायत ( लघुकथा )

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खोखली पंचायत ( लघुकथा )  "अ रे ए होरी!" "तनिक एक मस्त चाय तो बना!" "ससुर ई मच्छर!" "रातभर कछुआ...
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Tuesday, 24 March 2020

लोकतंत्र का मुर्दा ( लघुकथा )

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लोकतंत्र का मुर्दा   ( लघुकथा ) का ली अँधेरी ख़ुशनुमा सर्दी की रात! हॉस्पिटल के बाहर अजीब-सी चहल-क़दमी! शहर के लोगों का हु...
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Friday, 21 February 2020

प्राणहंता ( लघुकथा )

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प्राणहंता ( लघुकथा ) "या त्रीगण कृपया ध्यान दें!" "कानपुर से लख़नऊ,निहालगढ़,सुल्तानपुर,जौनपुर से होकर वारा...
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Tuesday, 18 February 2020

गटरेश्वर ( लघुकथा )

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गटरेश्वर ( लघुकथा )   पा ड़े जी के घर के सामने से बहती बजबजाती दुर्गन्धयुक्त नाली और उसमें घुसा एक राक्षस कद का आदमी! घर के भीतर ...
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Monday, 3 February 2020

गोदी साहित्यकार ( लघुकथा )

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गोदी साहित्यकार ( लघुकथा ) रा त का पहर! बरगद के वृक्ष के नीचे बैठा पूरा गाँव।   "आज़ादी के सत्तर बरस गुज़र गये परन्तु...
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Sunday, 2 February 2020

पंचर फ़रिश्ता ( लघुकथा )

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पंचर फ़रिश्ता ( लघुकथा )  धुकधुक-धुकधुक... !  धुकधुक-धुकधुक... !  "अब क्या हो गया इस खचाड़ा बाईक को।" "अभी तो सर्व...
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Friday, 31 January 2020

लड़खड़ाती वफ़ादारी ( लघुकथा )

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लड़खड़ाती वफ़ादारी ( लघुकथा )                   रा त्रि का पहर! झुमरू ज़मींदार साहब की चौखट पर मुँह बाये घंटों से खड़ा था। बीच-ब...
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'एकलव्य'
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